रविवार, 4 सितंबर 2011

भगवान मुझे इक साली दे

भगवान मुझे इक साली दे 
गोरी दे या काली दे 
भगवान मुझे इक साली दे 
सीधी दे , नखरेवाली दे 
या गरम चाय की प्याली दे  
भगवान मुझे इक साली दे 
ससुराल मै जब भी जाता हुँ 
गुमसुम ही बैठा रहता हुँ 
ना करे कोई मिन्नते , ना ही कोई गाली दे 
भगवान मुझे इक साली दे 
जब मिलते हैं दोस्त-यार 
होती हैं महफिलें तैयार 
करते हैं वो बाते  उस पल 
साली जैसी दिलवाली के 
भगवान मुझे इक साली दे 
हे। प्रभु । ईश्वर मेरे 
कष्ट मुझे दे-दे बहुतेरे 
पर इस सूखे संसार में 
मुझे साली की भरी थाली दे 
भगवान मुझे इक साली दे ।